जल ही जीवन है इसकी बूंद बूद बचाओ। जल ही जीवन है इसकी बूंद बूद बचाओ।
वक्त हालात और जरूरतें सब बदलती हैं वक्त हालात और जरूरतें सब बदलती हैं
जब जल नहीं तो कल नहीं। इस जल बिना इक पल नहीं।। जब जल नहीं तो कल नहीं। इस जल बिना इक पल नहीं।।
असमंजस में खोता जीवन, या जीवन में असमंजस है, जीवन में कुछ दुख भी हैं या, दुख ही बस ज असमंजस में खोता जीवन, या जीवन में असमंजस है, जीवन में कुछ दुख भी हैं या, ...
धरती ही परिवार मेरा,धरती ही संसार है , जग मे कितने रिश्ते बिखरे,सब से अपना प्यार है। धरती ही परिवार मेरा,धरती ही संसार है , जग मे कितने रिश्ते बिखरे,सब से अपना प्...
धर्म का मूल संस्कार है, धरती ही परिवार है, वसुधैव कुटुम्बकम का आधार है, उदार हृदय धर्म का मूल संस्कार है, धरती ही परिवार है, वसुधैव कुटुम्बकम का आधार है, ...